



श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 15 सितंबर 2019। क्षेत्र में टिड्डियों के आने की सूचना से किसानों के हालात कोढ़ में खुजली से हो गए है। किसान की बारानी फसलें बरसात न होने के कारण पहले ही सूखने की कगार पर है ऊपर से क्षेत्र में टिड्डी दल पहुंचने की सूचना से किसानों की नींद उड़ गई है। पाकिस्तान से सीमा पार कर, बीकानेर शहर को पार कर टिड्डी दल नापासर, गुसाईसर, सींथल, नॉरंगदेसर, गांवो में पहुंच चुका है। इससे किसानों की बेचैनी बढ़ गयी है।
टिड्डी से प्रभावित फसल के कृषकों को कीटनाशी पर 50 प्रतिशत तक अनुदान- कलक्टर गौतम
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कलक्टर कुमार पाल गौतम ने जिले में टिड्डी से प्रभावित क्षेत्रों की प्रभावी मॉनिटरिंग के अधिकारियों को निर्देश दिए है। उन्होंने जिले के उपखण्ड अधिकारियों व कृषि और टिड्डी नियंत्रण अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में किसानों के सम्पर्क में रहने को कहा।
गौतम ने वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के जरिये उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार और कृषि अधिकारियों की बैठक लीे और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी, पटवारी, ग्राम सेवक, सहायक कृषि अधिकारी, कृषि पर्यवेक्षक बिना अनुमति के मुख्यायलय नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र से टिड्डी की सूचना मिले, उसके नियंत्रण पर तुरन्त कार्यवाही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उक्त कार्मिकों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जायेगा और संबंधित के खिलाफ कार्यवाही होगी।
नियंत्रण कक्ष स्थापित करने निर्देश
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। जिलाकलेक्टर ने उपखंड अधिकारी व तहसीलदार, कृषि विस्तार उपनिदेशक, टिड्डी नियंत्रण विभाग में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने के निर्देश दिए है।
ये दस्तावेज लाये साथ, टिड्डी प्रभावित किसानों को कीटनाशी पर मिलेगा अनुदान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। जिला कलक्टर ने कहा कि कृषि विभाग टिड्टी से प्रभावित किसानों को कीटनाशी पर 50 प्रतिशत तक अनुदान देगा। यह अनुदान कीटनाशी की कीमत का 50 प्रतिशत होगा। उन्होंने कहा कि कृषक को कीटनाशी की पूरी राशि देकर खरीदना होगा। अनुदान की राशि कृषि के बैंक खाते में कृषि विभाग जमा करवायेगा। उन्होंने कहा कि प्रभावित कृषक को संबंधित क्षेत्र के सहायक कृषि अधिकारी अथवा कृषि पर्यवेक्षक से अनुशंषा पत्र लेना होगा। इसके लिए किसान को अपनी बैंक पास बुक, आधार कार्ड की छाया प्रति, ट्यूबवैल का बिजली का बिल और जमाबंदी की छाया प्रति साथ लानी होगी। उन्होंने कहा कि टिड्डी से प्रभावित प्रत्येक किसान को दो हैक्टेयर क्षेत्र के लिए ही अनुदान दिया जायेगा।